सीहोर। मध्यप्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण लाड़ली बहना योजना ने महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार ला दिया है। इस योजना की वजह से महिलाओं को अपनी-अपनी छोटी-छोटी जरुरतों के लिए किसी पर आश्रित नहीं रहना पड़ता है। साल 2023 के विधानसभा में पूर्ण बहुमत के साथ आई भाजपा में लाड़ली बहना योजना का महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है। बावजूद प्रदेश सहित जिले में लाड़ली बहना टेंशन में हैं। टेंशन इस बात की है कि जैसे-जैसे महिलाओं की उम्र 60 के पार हो रही है, उन्हें इस योजना के लाभ से बाहर किया जा रहा है।
प्रदेश सहित जिले में प्रति महीने लाड़ली बहनों की संख्या बढऩे की बजाए घटती जा रही है। विधानसभा सत्र में दी गई जानकारी के अनुसार फरवरी 2025 तक 15 हजार 748 लाड़ली बहनों की मृत्यु हो चुकी है, जबकि 3 लाख 19 हजार 911 लाड़ली बहनें 60 वर्ष के पार हो जाने की वजह से वह योजना से अपात्र हो गईं। महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सितंबर 2023 से फरवरी 2025 तक 21 से 35 वर्ष की लाड़ली बहन 59.12 लाख से घटकर 58.87 लाख रह गईं, जबकि 36 से 50 वर्ष की 53.75 लाख से घट 53.43 लाख तथा 17.56 लाख से घटकर 14.25 लाख रह गई।