भक्तों के हित में निराकार भगवान साकार रूप में आए-उद्धवदास जी महाराज
विष्वनाथ पुरी में संगीतमयी नौ दिवसीय श्री रामकथा का तीसरा दिन सीहोर,। भगवान की भक्ति श्रद्धा और विष्वास से की जाती है, जब तक भगवान की लीला और उनकी कथाओं में हमारी प्रीति नहीं होती तब तक हमा…