भैरूंदा सिविल अस्पताल में जच्चा-बच्चा की मौत!

सीहोर। जिले के भैरूंदा सिविल अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। अस्पताल में एक प्रसूता ने डिलीवरी के बाद दम तोड़ दिया था। रविवार की रात के 12बजे जच्चा-बच्चा की जान चली गई। परिजनों का आरोप है कि सरकारी अस्पताल की नर्स डॉक्टर की लापरवाही से जच्चा-बच्चा दोनों की जान गई। दोपहर 12बजे से लेकर 12बजे तक गुमराह करते रहें।

परिजनों ने आरोप लगाते हुए बताया कि रविवार को दोपहर करीब 12 बजे ममता पति मनफूल उम्र 35 वर्ष जो की अपने मायका ताजपुरा में थी, जिसको सिविल अस्पताल भैरूंदा में डलेवरी के लिए भर्ती कराया था। सिविल अस्पताल के नर्स डॉक्टर के स्टाफ  ने गुमराह किया। 12 घण्टे के बाद रात के करीब 12 बजे डिलेवरी हुई। डिलेवरी के दौरान महिला के मुंह से झाग निकला और कुछ देर में महिला ने दम तोड़ दिया और जच्चा बच्चा दोनों की मृत्यु हो गई।

मामला


रफा दफा करने जुटा प्रबंधन

महिला और बच्चे की मौत की जानकारी लगते ही रात के करीब 12 से दो बजे तक दो घण्टे डॉक्टरों एवं स्टाफ का जमावड़ा लग गया। प्रबंधन मामले को रफा दफा करने में जुट गया। करीब रात के दो बजे महिला, बच्चे का शव पोस्टमार्टम रूम में रखवा दिया। सोमवार को सुबह परिजन पोस्टमार्टम के  लिए डॉक्टर और महिला डॉक्टर नहीं पहुंचे। इस दौरान परिजन यहां-वहां भटकते रहे। डॉक्टर के पास गए तो डॉक्टर ने कहा, अभी महिला डॉक्टर नहीं है, पोस्टमार्टम होने में समय लगेगा। इधर भैरूंदा पुलिस पूरे मामले की जांच जुट गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है। पोस्टमार्टम कर शव को परिजनों को सौंप दिए गए। 

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