कांग्रेस-भाजपा के आरोप-प्रत्यारोप में छुपी अव्यवस्थाएं!

सीहोर। बीते दिनों कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजीव गुजराती द्वारा जिला अस्पताल को लेकर दिए गए बयान के बाद से सीहोर विधानसभा क्षेत्र की राजनीति गमाई हुई है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने गंभीर लगाए जिसमें उन्होंने अस्पताल में अव्यवस्थाएं हैं, उन्होंने अस्पताल के 40 नंबर कमरे को लेकर गंभीर बात कही। कांग्रेस जिलाध्यक्ष गुजराती के आरोपों के बाद बीजेपी भी मैदान में उतरी और भाजपा के दो बड़े नेताओं ने राजीव गुजराती के बयान पर पलटवार कर प्रमाण प्रस्तुत करने या फिर सीहोर की जनता से माफी मांगने तक की बात कह दी। हालांकि बीजेपी के पलटवार के बाद से कांग्रेस की ओर से कोई अधिकृत बयान नहीं आया। इधर लोगों का कहना है कि कांग्रेस-भाजपा के आरोप-प्रत्यारोप के बीच जिला अस्पताल की अव्यवस्थाएं छुप गई हैं। 

शहर के जागरुक नागरिकों का कहना है कि जिला अस्पताल में अनेक अव्यवस्थाएं हैं। जिला अस्पताल परिसर में नई और भव्य बिल्डिंग तो बना दी गई है, लेकिन स्पेशलिस्ट डॉक्टर और संसाधनों का अभाव है। अस्पताल के विवाद भी आए दिन बने ही रहते हैं। अभी महीने भर में ही दो ऐसे विवाद आए जो जमकर सुर्खियों में बने रहे, इनमें से एक मामला तो थाने तक जा पहुंचा। बावजूद अस्पताल की इन अव्यवस्थाओं पर किसी का ध्यान नहीं है। यहां नागरिकों का कहना है कि दोनों पार्टियां एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रही हैं, लेकिन क्या अस्पताल में अव्यवस्थाएं हैं या सारी व्यस्थाएं दुरुस्त हैं। इन सवालों का जवाब जनता को नहीं मिल पा रहा है। 

ऐसे हुई आरोप-प्रत्यारोप की शुरुआत

शहर के लीसा टॉकीज चौराहे पर बीते शनिवार को कांग्रेस के आयोजित धरना प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजीव गुजराती ने आरोप लगाते हुए कहा था कि जिला अस्पताल के कुछ डॉक्टर-कर्मचारियों ने जिला अस्पताल के 40 नंबर कमरे को बार बनाकर रख दिया है। इस कमरे में अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी दारू पीते हैं और इसके बाद मरीजों का इलाज करते हैं। कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजीव गुजराती ने कहा कि जिला अस्पताल प्रबंधन निरकुंश हो गया है। मैं तो नाम लेकर कहना चाहता हूं कि डॉ. प्रवीर गुप्ता जो सिविल सर्जन है उन्होंने जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं को बदहाल कर दिया है। आए दिन अस्पताल में स्टॉफ सर फुटब्बल कर रहा है। 40 नंबर कमरे को बार बना दिया गया है। वहां दारू पीकर कर्मचारी और डॉक्टर ड्यूटी करते हैं। यह सीएमएचओ के संज्ञान में भी है, जिला प्रशासन के संज्ञान में भी है। लिफ्ट बंद पड़ी है। स्थिति यह है कि 10 से अधिक सफाईकर्मी हैं जो कोई लैब टेक्रीशियन का काम कर रहा है तो कोई मेडिकल में दवाईयां बाट रहा है। आखिर आप जिला अस्पताल को चला रहे हैं या सर्कस चला रहे हैं। जबाव देना चाहिए। यदि तुरंत जिला प्रशासन नहीं जागा और जिला अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई नहीं हुई तो कांग्रेस उग्र प्रदर्शन करेगी।

आरोपों पर भाजपा ने किया पलटवार

इन आरोपों पर भाजपा ने पलटवार किया। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष भाजपा के वरिष्ठ नेता जसपाल सिंह अरोरा ने कहा कि सीएम मोहन यादव सख्त प्रशासक हैं, उनके बारे में पूरे प्रदेश और देश को पता है। कहीं कोई अव्यवस्था होगी तो ठीक करना हम कार्यकर्ताओं को भी आता है। यदि कोई शराब पी रहा है तो मुझे बताए मैं खुद स्वयं देख लूंगा। हां सफाई व्यवस्था की कई बार शिकायतें आ रही हैं। सफाई व्यवस्था गड़बड़ है, क्योंकि सैकड़ों मरीज आते हैं, जिसकी वजह से अव्यवस्था हो सकती है। लेकिन यह शराब वाली बात कहना बिल्कुल ही गलत है। यदि कोई शिकायत मिलेगी तो उस पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। मैं कलेक्टर महोदय से निवेदन करुंगा कि स्वयं इस मामले को देखें। 

मांगे प्रमाण, माफी मांगने की सलाह

इधर कांगे्रस जिलाध्यक्ष राजीव गुजराती के बयान पर पलटवार करते हुए मंडल अध्यक्ष सुदीप प्रजापति ने कहा कि जिस तरह के आरोप कांग्रेस पार्टी ने लगाए हैं, मैं उनको निराधार मानता हूं, उनका कोई अस्तित्व नहीं है। यह हमारी भारतीय जनता पार्टी की सरकार को बदनाम करने की साजिश है। हमारे जनप्रतिनिधि और शीर्ष नेतृत्व को बदनाम करने की साजिश है। मैं जिलाध्यक्ष राजीव गुजराती से यह कहना चाहता हूं कि अस्पताल में कौन से डॉक्टर शराब पीकर ड्यूटी कर रहे हैं, यदि इन बातों में जरा सी भी सच्चाई है तो जनता के सामने सबूत पेश करें, नहीं तो सीहोर की जनता से माफी मांगे। 



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