रंगपंचमी पर जमकर थिरके अखिलेश राय...

सीहोर। रंगपंचमी के अवसर पर शहर में अलग-अलग चल समारोह निकाले गए। बडिय़ाखेड़ी क्षेत्र में निकाले गए चल समारोह में समाजसेवी अखिलेश राय सहित धर्मगुरू भी सम्मिलित हुए। इस चल समारोह में शामिल हुए अखिलेश होली के रंग में जमकर रंगे नजर आए। श्री राय डीजे की धुन पर जमकर थिरके। समाजसेवी अखिलेश राय के डांस के वीडियो भी सोशल मीडिया जमकर वायरल हुए तो लोगों ने सोशल मीडिया पर कमेंट्स कर लिखा कि समाजसेवी अखिलेश राय ने बता दिया कि जीने का असली मजा तो धरातल पर ही है। 

गौरतलब है कि रंगपंचमी के अवसर पर शहर में भव्य चल समारोह निकाले जाने की परम्परा रही है, लेकिन यह परम्परा इस बार टूट गई। इस परम्परा के टूटने की प्रमुख वजह हिन्दू उत्सव समिति द्वारा प्रयास नहीं करना बताया जा रहा है। बता दें रंगपंचमी के विशेष अवसर पर कस्बा क्षेत्र में अलग जुलूस निकाला गया तो वहीं बडिय़ाखेड़ी-बाजार में भी चल समारोह निकाला गया। हालांकि इस दौरान शहर के सबसे बड़े क्षेत्र गंज और मण्डी क्षेत्र में चल समारोह नहीं निकला। 

होली पर फिका दिखा गंज

मालूम हो कि शहर में निकाले जाने वाले रंगपंचमी चल समारोह की शुरुआत शहर के गंज क्षेत्र से होती थी, लेकिन इस बार गंज क्षेत्र चल समारोह के मामले में फीका रहा। दरअसल, शहर में पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा महादेव की होली चल समारोह निकाला गया, जो प्रमुख बाजार क्षेत्र की सडक़ों पर ही निकला। इसी तरह रंगपंचमी पर भी प्रमुख चल समारोह नहीं निकला, यदि चल समारोह निकलता तो इसकी शुरुआत प्रतिवर्षानुसार गंज से ही होती। 


हिउस ने नहीं किए प्रयास

त्यौहारों में अग्रणी रहने वाली हिन्दू उत्सव समिति का इस होली अता-पता ही नहीं रहा। रंगों के पर्व होली पर हिन्दू उत्सव समिति की गैरमौजूदगी चर्चाओं का कारण रही। सोशल मीडिया के वाट्सअप ग्रुपों पर हिन्दू उत्सव समिति की गैर मौजूदगी को लेकर कमेंट्स किए जाते रहे। गौरतलब है कि जिला मुख्यालय पर हिन्दू उत्सव समिति का खासा महत्व है। काई भी त्यौहार हो हिन्दू उत्सव समिति हमेशा अग्रणी ही रही है। मुख्यालय पर निकलने वाले चल समारोह के दौरान हिन्दू उत्सव समिति की मौजूदगी में भव्य स्वागत किए गए तो वहीं त्यौहारों से पहले ही हिन्दू उत्सव समिति शहर को अपनी रूपरेखा बता दिया करती थी। शहर में हिन्दू उत्सव समिति के नेतृत्व में रंगों के पर्व होली की रंगपंचमी पर भव्य जुलूस निकालने की परम्परा रही है, लेकिन इस बार शहर में रंगपचंमी पर प्रमुख एक चल समारोह नहीं निकला सका, हालांकि अलग-अलग क्षेत्रों में चल समारोह निकाले गए। एक प्रमुख चल समारोह नहीं निकाले जाने के पीछे चर्चा है कि हिन्दू उत्सव समिति ने प्रयास ही नहीं किए। रंगों के पर्व होली पर हिन्दू उत्सव समिति की यह गैर मौजूदगी चर्चाओं का कारण बनी रही। 

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