सीहोर। एक ओर सीहोर कलेक्टर कार्यालय की बैठकों में अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए जा रहे हैं कि जनप्रतिनिधियों द्वारा भेजे गए पत्रों पर गंभीरता से ध्यान दिया जाए और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए, वहीं दूसरी ओर खुद राज्य सरकार के राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा द्वारा भेजे गए पत्र को नजरअंदाज किये जा रहे है। 22 अप्रैल 2025 को मंत्री करण सिंह वर्मा द्वारा जिला कलेक्टर को भेजे गए पत्र में जिले के खाद्य विभाग के प्रभारी जिला आपूर्ति अधिकारी श्री सुनील कुमार बोहित के विरुद्ध शिकायत की गई थी। पत्र में उल्लेख किया गया है कि अधिकारी की भाषा शैली अशोभनीय है और वह विक्रेताओं से पैसे की मांग करते हैं। मंत्री ने पत्र में मांग की थी कि श्री बोहित को प्रभारी पद से हटाकर किसी अन्य अधिकारी को जिम्मेदारी दी जाए ताकि जिले में कार्य प्रणाली सुचारु रूप से चल सके। हैरानी की बात यह है कि इस पत्र को भेजे हुए तीन सप्ताह से अधिक समय बीत चुका है, परंतु अब तक कलेक्टर कार्यालय की ओर से कोई ठोस कार्रवाई सामने नहीं आई है। इस रवैए पर सवाल उठने लगे हैं कि जब एक मंत्री के पत्र की अनदेखी हो सकती है तो आमजन की शिकायतों का क्या हाल होगा? अब देखना यह होगा कि कलेक्टर कार्यालय इस मुद्दे पर कब तक चुप्पी साधे रहता है या कोई ठोस कदम उठाता है।
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