भूमिगत हुए कई व्यापारी- चार अलग-अलग दल बनाकर की कार्यवाही,
भैरुंदा। गुरुवार को एसडीएम ने कृषि विभाग के अमले के साथ कीटनाशक दवा दुकानों पर छापामार कार्यवाही की। कार्यवाही की भनक लगते ही कई कीटनाशक दवा व्यापारी अपनी दुकान बंद कर भूमिगत हो गए। एसडीएम के द्वारा कार्यवाही के लिए चार अलग-अलग दल बनाए गए थे। भैरुंदा के अलावा लाड़कुई में भी कार्रवाई की गई हैं। उल्लेखनीय हैं कि एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी के द्वारा मंगलवार को कीटनाशक दवा व्यापारियों की बैठक लेकर कड़े निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा था कि कीटनाशक, दवाएं और खाद-बीज उचित मूल्य पर ही बेचे जाएं। बिना लाइसेंस के कोई भी व्यापार न किया जाए। दुकानों पर स्टॉक का उचित रिकॉर्ड (मेंटेन) रखा जाए। रेट लिस्ट (दर सूची) और स्टीक (संभवत: स्टॉक या ब्रांड) की जानकारी सूचना बोर्ड पर प्रदर्शित की जाए। दुकान में कोई भी एक्सपायरी (अवधि समाप्त) दवाइयां न रखी जाएं। कीटनाशक दवा व खाद की कालाबाजारी ना की जाए। साथ ही उन्होंने औचक निरीक्षण की बात भी कही थी। गुरुवार को एसडीएम ने जब दलबल के साथ जाकर कार्यवाही की तो कई अनियमितताएं सामने आई।
बिना लाइसेंस के हो रहा था व्यापार, दुकानों में मिली एक्सपायरी डेट की दवाई
कृषि उप संचालक अशोक कुमार उपाध्याय ने बताया कि गुरुवार को उवर्रक, बीज एवं कीटनाशक गुण नियंत्रण अंतर्गत जांच की गई। जिसमें राजेश कृषि सेवा केंद्र, आनंद एग्रो, पंवार कृषि सेवा केंद्र, रावल कृषि सेवा केंद्र भैरुंदा,जैन ट्रेडर्स लाड़कुई की कीटनाशक दवा दुकान पर जाकर तीन अलग-अलग दलों के द्वारा औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान दुकानों में निरीक्षण के दौरान एक्सपायरी डेट की दवाएं मिली। एक दुकानदार के पास लाइसेंस एक्सपायर हो गया था, वहीं अन्य दुकानदारों के पास स्टॉक रजिस्टर भी पूर्ण नहीं था।
तीन दुकानों को किया गया सील
निरीक्षण के दौरान आनंद एग्रो, राजेश कृषि सेवा केंद्र, जैन ट्रेडर्स लाड़कुई की दुकान को अनियमित मिलने पर सील किया गया। इन दुकानों पर स्टॉक रजिस्टर पूर्ण नहीं था, एक्सपायरी डेट की दवाएं भी यहां पर मौजूद मिली, इसके अतिरिक्त नियमों के विपरीत काम यहां पर चलता हुआ पाया गया। निरीक्षण के दौरान एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी, कृषि उपसंचालक अशोक कुमार उपाध्याय, सहायक संचालक अनिल जाट, महेंद्र मेवाड़ा, पटवारी राजेश धनवारे सहित कृषि विभाग का अमला मौजूद था।