- पीयूष जैन ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री समेत वरिष्ठ अधिकारियों को लिखा पत्र
सीहोर। महिला पॉलीटेक्निक कॉलेज में अतिथि व्याख्याता द्वारा फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र बनवाकर नौकरी करने का मामला सामने आया है। इस मामले की पीयूष जैन देवास ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, राज्यपाल मंगूभाई पटेल, प्रभारी मंत्री, प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा मप्र, आयुक् त तकनीकी शिक्षा संचालनालय, सीहोर विधायक को पत्र लिखकर फर्जी तरीके से नौकरी करने वाली स्मिता शर्मा पर कार्रवाई की मांग की है।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि मध्य प्रदेश सरकार द्वारा स्थापित अनुसूचित जाति वर्ग की छात्राओं के लिए आरक्षित शासकीय महिला पॉलीटेक्निक महाविद्यालय सीहोर में विगत 1 से कार्यरत स्मिता शर्मा अतिथि व्याख्याता द्वारा दो वर्ष का कूटरचित (फर्जी) अनुभव प्रमाणपत्र प्रस्तुत करके महाविद्यालय में अतिथि व्याख्याता के पद को प्राप्त किया है। वास्तव में उनके पास एक वर्ष का कार्यानुभव है। उनका आरोप है कि डीआर वर्मा तत्कालीन प्रभारी प्राचार्य द्वारा संस्था में कार्यरत प्रमोद शर्मा व्याख्याता की पत्नी स्मिता शर्मा के एक वर्ष के अनुभव प्रमाण पत्र को कूटरचित (फर्जी) कर दो वर्ष के अनुभव में परिवर्तित किया गया है। जिसका प्रमाणीकरण उनके ही पति प्रमोद शर्मा द्वारा एक वर्ष को दो वर्ष में परिवर्तित किया गया। इस कार्य के लिए उन्होंने प्रभारी प्राचार्य डीआर वर्मा को मोटी धनराशि दी गई है। इस कूटरचित (फर्जी) अनुभव प्रमाण पत्र का प्रयोग कर स्मिता शर्मा ने पोर्टल के माध्यम से गलत जानकारी प्रस्तुतु कर शासकीय महिला पॉलिटेक्निक महाविद्यालय सीहोर में अतिथि व्याख्याता के पद पर नियुक्ति भी प्राप्त कर ली है। यह पूरा कार्य योजना बद तरीके से षडयत्र बना कर किया गया है। शिकायतकर्ता ने इस की उच्च स्तरीय कमिटी बनाकर विभागीय जाँच की आये।
कैसे की गड़बड़ी
सूत्रों ने बताया कि जुलाई 2016 से जून 2017 तक एक वर्ष का सत्र होता है, जिसमें अतिथियों को अनुभव के लिए 4 नंबर मिलते है, लेकिन गलत तरीके से अगस्त 2016 से नवंबर 2016 तक और फरवरी 2017 से मई 2017 तक 8 नंबर का फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र बना दिया और इस फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र के जरिए नौकरी हासिल कर ली।