सीहोर।
भारतीय शिक्षण मंडल द्वारा उत्तराखंड के भीमताल में आयोजित 10.दिवसीय ‘अनुभूति शिविर’ का हाल ही में समापन हुआ, जिसमें मध्य प्रदेश सहित देशभर से 137 युवा प्रशिक्षुओं ने भाग लिया। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य युवाओं में राष्ट्रीय भावना और उद्देश्य की गहरी समझ विकसित करना था।
समापन समारोह में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि युवावस्था में लिए गए निर्णय ही पूरे जीवन की आधारशिला होते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि आज युवा जो भी तय करेंगे, जिस दिशा में बढ़ेंगेए वही भारत के भविष्य का निर्माण करेगा। कोश्यारी ने भारतीय शिक्षा के मुख्य लक्ष्य को मनुष्य को संवेदनशील बनाना और उसे अपनी संस्कृति तथा ज्ञान परंपरा से ओत-प्रोत करना बताया।
भारतीय शिक्षण मंडल के अखिल भारतीय संगठन मंत्री एवं कार्यक्रम के मुख्य वक्ता बीआर शंकरानंद ने युवाओं को अपने लक्ष्य राष्ट्र को केंद्र में रखकर निर्धारित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि विगत दस दिनों में ‘मैं कौन हूं, क्या हूं’, मेरा लक्ष्य क्या है’ जैसे गहन प्रश्नों पर संवाद हुआ। शंकरानंद ने इस बात पर जोर दिया कि हमारा और राष्ट्र का स्वप्न एक होना चाहिए और राष्ट्र के उत्तरोत्तर विकास में अपना तन.मन.धन समर्पित करना ही हमारा एकमात्र लक्ष्य होना चाहिए।
ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के निदेशक प्रो. अनिल कुमार नायर ने स्वामी विवेकानंद के प्रसिद्ध उद्धरण उठो जागो और लक्ष्य प्राप्ति तक रुको मत से युवाओं को प्रेरित किया। उन्होंने अनुभूति शिविर को इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
दिल्ली प्रांत अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार सिंह ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि शिविर के बाद युवा अपने अंदर सकारात्मक बदलाव महसूस करेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी वास्तविक परीक्षा तब होगी जब वे यहां सीखे गए मूल्यों, कौशल विकास और राष्ट्र के प्रति समर्पण को अपने जीवन में लागू करेंगे।
इस शिविर का आयोजन भारतीय शिक्षण मंडल दिल्ली प्रांत और ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था। दिल्ली प्रांत के प्रांत सह मंत्री एवं शिविर के संयोजक डॉ. धर्मेंद्र नाथ तिवारी ने शिविर का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया, जबकि शिविर की सह.संयोजिका अंजली कायस्थ ने आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में भारतीय शिक्षण मंडल के विभिन्न अखिल भारतीय पदाधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें सुनील शर्मा अखिल भारतीय संयुक्त महामंत्री, अजय धाकरेस अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख, संजय पाठक अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख, शिवव्रत महापात्र अखिल भारतीय विशेष संपर्क प्रमुख, प्रो. रविप्रकाश टेकचंदानी अखिल भारतीय प्रकाशन प्रमुख, जसपाल कौर अखिल भारतीय युवा गतिविधि सह प्रमुख, गणपति तेति दिल्ली-पंजाब-हरियाणा के प्रांत संगठन मंत्री, सचिन मारन दिल्ली प्रांत संगठन मंत्री और दयाशंकरजी उत्तराखंड प्रांत संगठन मंत्री प्रमुख थे।