सीहोर। भाजपा सरकार सब का साथ सब का विकास का संकल्प लेकर काम कर रही है। बिना किसी भेदभाव के हर वर्ग के लोगों को शासन की सभी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। यदि कोई किसी वजह से वंचित रह गया तो उनको भी योजना का लाभ लेने का काम चल रहा है। हमारा उद्देश्य है कि हर व्यक्ति आर्थिक रूप से समृद्ध बने और एक बेहतर जीवन यापन करें। इस दिशा में लगातार काम कर रहे और आगे करते रहेंगे।
यह बात आष्टा विधानसभा क्षेत्र के विधायक गोपालसिंह इंजीनियर ने ग्राम पंचायत टांडा के गांव मालीखेड़ी में करीब एक करोड़ रुपए की लागत से नाले में बने ब्रिज के उद्घाटन के दौरान कहीं। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विधायक के साथ जिला पंचायत उपाध्यक्ष जीवनसिंह मंडलोई, पूर्व जनपद पंचायत अध्यक्ष धारासिंह पटेल, आष्टा नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा, कोठरी नपंध्यक्ष प्रतिनिधि राधेश्याम दलपति, भाजपा नेता मानसिंह इलाही, कोठरी मंडल अध्यक्ष देवजी पटेल, पार्षद रवि शर्मा, जनपद सदस्य सतीश सोनानिया थे। विधायक ने जिस ब्रिज का निर्माण हुआ उसका नाम मंच से ही अटल ब्रिज करने की बात कही।
जमीनी स्तर पर करा रहे काम पूरा
विधायक ने कहा कि कांग्रेस के शासन काल में विकास कार्य की सिर्फ बात होती थी, लेकिन धरातल पर कोई काम नहीं होता था। भाजपा के राज में हर कार्य को जमीनी स्तर पर पूरा कराया जा रहा है। आज हम देखते हैं कि हर गांव पक्की सडक़ से जुड़ गए हैं। नदी, नालों पर पुल, ब्रिज का निर्माण हुआ है और प्रधानमंत्री आवास योजना में गरीब लोगों के पक्के मकान बनने के साथ अन्य काम हुए हैं। इसके अलावा भी अन्य जनहित के काम कराने का सिलसिला जारी है। विधायक ने कहा कि यदि कोई पीएम आवास योजना का लाभ दिलाने के नाम पर पैसे की मांग करे तो शिकायत करे, संबंधित पर नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
रास्ते पर मुरमीकरण कराने की मांग रखी
मंच पर ही पंचायत सरपंच गजराजसिंह सोलंकी ने विधायक को मांग पत्र सौंपा। इसमें मुख्य मांग प्राइमरी स्कूल से सीधे तालाब तक के खड़ी की बाट से प्रसिद्ध रास्ते पर मुरम डालने के लिए 15 लाख रुपए देने की मांग की थीं। सरपंच ने विधायक को बताया कि पूर्व में इस रास्ते पर स्थानीय लोगों ने जनसहयोग से राशि एकत्रित कर आसपास नाली की खुदाई कर कच्चा रास्ता तैयार कर लिया है। इस रास्ते पर मुरम डालना जरूरी हो गया है, जिससे कि बारिश के मौसम में आसानी से आवाजाही हो सकें। बता दें कि खड़ी की बाट वाले रास्ते से कई किसानों का खेतों पर आना जाना होता है। इस अवसर पर कमलसिंह सोलंकी, भंवरलाल पटेल, धरम पटेल, पूर्व सरपंच कैलाश मेवाड़ा, सूरजसिंह मेवाड़ा, बापूसिंह मालवीय, हरदेव मेवाड़ा, शिवनारायण मालवीय, सुबाकसिंह मेवाड़ा, दीपसिंह मेवाड़ा, ओमशंकर माहेश्ववरी, रमेश मालवीय, प्रकाश माहेश्वरी सहित अन्य उपस्थित थे।