सीहोर। युवा राजीव गुजराती को कांग्रेस जिलाध्यक्ष बने आज एक साल पूरे हो गए हैं। साल भर पूरे होने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा जिला कांग्रेस कार्यालय में स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जिले भर से कांग्रेस नेता पहुंचे और कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजीव गुजराती का सम्मान किया गया।
गौरतलब है कि राजीव गुजराती का एक साल का यह कार्यकाल कांग्रेस के लिए अच्छा है, तो कुछ कमियां भी रहीं है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजीव गुजराती के कार्यकाल में अच्छाई इस बात की रही कि कांग्रेस ने भाजपा के एक ऐसे गढ़ में वोटों की सेंध लगा दी, जो भाजपा के लिए बहुत मजबूत हैं। हालांकि कांग्रेस को सफलता नहीं मिल सकी, फिर भी तारीफ जमकर हो रही है। दरअसल, बीते कुछ महीने पहले बुदनी विधानसभा का उपचुनाव हुआ। इस उपचुनाव में कांग्रेस की ओर से प्रत्याशी राजकुमार पटेल रहे, जबकि बीजेपी ने रमाकांत भार्गव को प्रत्याशी बनाया था। इस चुनाव में यूं तो कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा, बावजूद जिले भर में कांग्रेस की प्रशंसा हुई है। प्रशंसा इस बात की हुई कि 2023 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने बुदनी का चुनाव 1 लाख से भी ज्यादा मतों से जीता था, जबकि उपचुनाव महज 10-15 हजार मतों से ही जीत सकी। इस चुनाव की कमान कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजीव गुजराती द्वारा पूरी तरह से संभाली गई, वह पूरे चुनावी समय बुदनी में ही डटे रहे।
कमी इस बात की...
अब कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजीव गुजराती के साल भर के कार्यकाल की बात करें तो कमी इस बात की है कि कांग्रेस जिलाध्यक्ष गुजराती साल भर के कार्यकाल में अपनी कार्यकारिणी का गठन ही नहीं कर सके। कांग्रेस नेताओं को आज भी अपने पुराने पदों से ही काम चलाना पड़ रहा है। कांग्रेस नेताओं का मानना है कि यदि कार्यकारिणी गठित होती तो पार्टी में और मजबूती आए, लेकिन कांग्रेस जिलाध्यक्ष कार्यकारिणी की गठित नहीं कर पा रहे हैं।