सीहोर। आज से 5 साल पहले यानि 20 मार्च 2020 को मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हाथों तत्कालीन कमलनाथ सरकार क्लीन बोल्ड हो गई थी। जीं हां... 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रदेश की सत्ता में आई थी। वरिष्ठ नेता कमलनाथ प्रदेश के सीएम बने थे। कमलनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार चल रही थी, डेढ़ साल अच्छी भली सरकार चली कि फिर ऐसी नजर लगी कि प्रदेश की सियासत में ऑपरेशन लौटस हुआ और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के हाथों कमलनाथ की सरकार क्लीन बोल्ड हो गई।
दरअसल, तत्कालीन कांग्रेसी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीब 22 समर्थकों विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया था। इधर सीहोर जिला मुख्यालय पर स्थित लग्जरी होटल में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में विधायकों ने डेरा डाल रखा था। इस लग्जरी होटल में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान करीब दो से तीन दिन रहे थे। इस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने साथी विधायकों के साथ जमकर क्रिकेट भी खेला। आखिरकार ऑपरेशन लौटस सफल हुआ और 20 मार्च 2020 को तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस्तीफा दे दिया था।
इन 22 विधायकों ने छोड़ी थी कांग्रेस
कांग्रेस छोडऩे वाले तत्कालीन विधायकों में प्रद्युम्न सिंह तोमर, रघुराज कंसाना, कमलेश जाटव, रक्षा संत्राव, जजपाल सिंह जज्जी, इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी, तुलसी सिलावट, सुरेश धाकड़, महेंद्र सिंह सिसोदिया, ओपी एस भदौरिया, रणवीर जाटव, गिरराज दंडोतिया, जसवंत जाटव, गोविंद सिंह राजपूत, हरदीप सिंह डंग, मुन्नालाल गोयल, ब्रिजेंद्र यादव, मोहन सिंह राठौर, बिसाहूलाल सिंह, ऐदल सिंह कंसाना व मनोज चौधरी शामिल थे। हालांकि इनमें से बाद में कई जनप्रतिनिधि भारतीय जनता पार्टी के टिकट से विधायक बनकर मंत्री भी बने।