अनुराग शर्मा
सीहोर। शहर में अवैध पार्किंग ने पार्किंग व्यवस्था को चौपट कर रख दिया है। यह अवैध पार्किंग टै्रफिक पुलिस को भी परेशान करने से बाज नहीं आती। दरअसल, गाहे बगाहे टै्रफिक पुलिस द्वारा सडक़ों पर अवैध रूप से खड़े वाहनों पर कार्रवाई की जाती है, वाहन मालिकों को चेतावनी दी जाती है, लेकिन टै्रफिक पुलिस की कार्रवाई थमते ही फिर से वही हाल हो जाते हैं और सडक़ें अवैध पार्किंग के रूप में फिर से तब्दील हो जाती है। शहर में अवैध पार्किंग की बात करें तो शहर के इंदौर नाके पर यह नजारा आम है। हद तो यह है कि इंदौर नाके की सडक़ अघोषित रूप से गैरेज में बदल गई है, जहां सडक़ किनारे बड़े-बड़े वाहन को सुधारा जाता है। इन वाहनों की वजह से आधी से ज्यादा सडक़ तो इन वाहनों से ही घिर जाती है। इधर शहर की गंगाआश्रम सडक़ भी इस समस्या से ग्रसित है। शहर के गंगा आश्रम क्षेत्र में डॉक्टरों के क्लीनिक व अस्पताल हैं। इन अस्पताल या क्लीनिक संचालकों के पास स्वयं की पार्किंग व्यवस्था नहीं है, ऐसे में इन क्लीनिकों के बाहर व्यस्त सडक़ पर ही वाहन पार्क किए जाते हैं, जिसकी वजह से सुबह से लेकर शाम तक इस सडक़ पर जाम के हालात बनते रहते हैं।