लोग प्यार के बिना रह सकते हैं पानी के बिना नहीं

 


पानी बचाने के लिए स्लोगन खींच रहे लोगों का ध्यान


सीहोर। जिला पेयजल संकट से जूझ रहा है। इस स्थिति को देखते हुए कलेक्टर ने जिले को सूखा ग्रस्त घोषित कर दिया है। जल संकट से निबटने और संरक्षण के लिए प्रशासन अभियान चला रहा है। इसके तहत लोगों में पानी बचाने को लेकर जागरूकता के प्रयास किए जा रहे हैं। इसमें दीवार लेखन सहित अन्य गतिविधियां की जा रही है। इसमें जो स्लोगन लिखे जा रहे हैं, लोगों को खूब पसंद आ रहे हैं, इन स्लोगनों में  हंसी के साथ संदेश भी छुपा हुआ है।

दरअसल जल संरक्षण के लिए जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान गांव गांव चलाया जा रहा है, सीहोर जनपद के गांव सोंडा में दीवार लेखन में पानी बचाने के लिए जो स्लोगन लिखे गए हैं। उन्हें पढऩे वाले भी एक घड़ी रुक जाते हैं, और फिर सोचते हैं।  लोग प्यार के बिना रह सकते हैं, पानी के बिना नहीं यह स्लोगन जिस दीवार पर लिखा हुआ है, लोग फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर खूब वायरल कर रहे हैं। पानी बचाने का करो जतन क्योंकि पानी है अनमोल रतन  इस तरह के स्लोगन इन दिनों खूब चर्चा में हैं, लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रहे हैं।

सीहोर जनपद में पदस्थ  एपीओ गुलाब सिंह अहिरवार ने बताया कि  पानी को बचाने के लिए 30 मार्च से 30  जून तक जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत जिले भर में जल संरक्षण से संबंधित अनेक गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। अभियान के तहत आमजन को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए दीवार लेखन, जागरूकता रैली, पोस्टर बैनर सहित अनेकों गतिविधियां संचालित की जा रही हैं।  उल्लेखनीय है कि जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत जिले में जल संरक्षण एवं संवर्धन से संबंधित खेत, तालाब, अमृत सरोवर, परकोलेशन टैंक, डगवेल, तालाब जीर्णोद्धार, जन भागीदारी के कार्य, कूप एवं बाउंड्री मरम्मत के कार्य किए जा रहे हैं। लोगों को पानी बचाने के प्रति जागरूक करना प्रसाशन का मूल उददेश्य है।

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