सीहोर। अनुशासित पार्टी में इन दिनों गुटबाजी की राजनीति किसी से छिपी नहीं है। अब धीरे-धीरे यह गुटबाजी की राजनीतिक सार्वजनिक होने लगी है। इस गुटबाजी की राजनीति का आने वाले दिनों में किसे फायदा होगा यह तो समय के गर्त में है। बहरहाल, गुटबाजी की यह राजनीति अब शहर से निकलकर अंचल तक पहुंच गई है।
अंदर खाने बताते हैं कि एक वर्तमान मंडल अध्यक्ष अपने पूर्व मंडल अध्यक्ष से खासे परेशान हैं। परेशानी की वजह भी बड़ी दिलचस्प है। दरअसल, करीब साढ़े तीन महीने पहले जिले में मंडल अध्यक्षों की घोषणा हुई है। हालांकि अभी मंडल का विस्तार नहीं हो सका है। मंडल के विस्तार में देरी की वजह भी गुटबाजी ही बताई जा रही है। इधर मंडल के विस्तार से पहले ही एक मंडल अध्यक्ष अपने पूर्व मंडल अध्यक्ष से परेशान हैं। दरअसल, पूर्व मंडल अध्यक्ष को अच्छा खासा अनुभव है। वह पूर्व की भांति सक्रिय भी हैं और पार्टी के दिशा निर्देशों अनुसार हर कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। कार्यक्रम आयोजित करने के बाद फोटो वीडियो सोशल मीडिया पर भी अपलोड कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर पूर्व मंडल अध्यक्ष की सक्रियता नवागत मंडल अध्यक्ष को रास नहीं आ रही है। वर्तमान मंडल अध्यक्ष कार्यकर्ताओं से कहते सुनाई दे रहे कि भाई साहब की यह गलत बात है तो वहीं वर्तमान मंडल अध्यक्ष ने अब मुख्यालय पर आकर वरिष्ठ नेताओं से भी शिकायत करने का मन बना लिया है।