सीहोर। सीहोर विधानसभा क्षेत्र में अनुशासित भारतीय जनता पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। बड़े नेताओं के निर्णयों में आए दिन टकराव की स्थिति बन रही है। अंदरखाने बताते हैं कि स्वाभिमानी जिद के चलते अब यह टकराव सीहोर मंडल कार्यकारिणी को लेकर हो रहा है।
मालूम हो कि अब से करीब साढ़े चार महीने पहले जिले में मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति हुई थी। साढ़े चार माह बाद अब धीरे-धीरे कार्यकारिणी के गठन की शुरुआत हुई है। अब तक इछावर, आष्टा विधानसभा और सीहोर विधानासभा क्षेत्र के अंचल के मंडल अध्यक्षों ने अपनी कार्यकारिणी घोषित कर दी है, लेकिन सीहोर मंडल की कार्यकारिणी गठित नहीं हो सकी है।
चर्चा यह...
अंदरखाने बताते हैं कि कार्यकारिणी के गठन को लेकर मंडल अध्यक्ष सुदीप प्रजापति ने शहर के बीजेपी नेताओं से नाम मांगे थे, लेकिन इस दौरान एक जिम्मेदार जनप्रतिनिधि द्वारा नाम नहीं दिए। जिम्मेदार जनप्रतिनिधि को उम्मीद थी कि उनके द्वारा दिए जाने वाले नाम आगे चलकर काट दिए जाएंगे, इसलिए बाद में पेंच फंसाऊंगा। खैर जैसे-तैसे मंडल कार्यकारिणी के लिए नाम आगे बढ़ाए गए। एक दूसरे जिम्मेदार जनप्रतिनिधि की और से इस लिस्ट को अप्रुव भी कर दिया गया, लेकिन तीसरे जिम्मेदार जनप्रतिनिधि को सूचि में अंकित नाम और पद रास नहीं आए, लिहाजा जिम्मेदार तीसरे जनप्रतिनिधि ने फिलहाल इस सूची को रोक दिया है।
महामंत्री पद पर पेंच
मंडल कार्यकारिणी को लेकर जो पेंच फंस रहा है, वह महामंत्री पद को लेकर फंस रहा है। अंदरखाने बताते हैं कि दी गई सूची में निकाय की पूर्व महिला जनप्रतिनिधि और निकाय का चुनाव हारने वाले पोस्ट ऑफिस रोड निवासी जनप्रतिनिधि का नाम महामंत्री के लिए हैं। यह दोनों जनप्रतिनिधि सीहोर विधानसभा क्षेत्र के खास जिम्मेदार जनप्रतिनिधि के करीबी है, बस सूची जारी होने में यही पेंच फंस रहा है।