सीहोर। मंडी थाना प्रभारी माया सिंह को आखिरकार लाइन अटैच कर दिया गया है। उनके हटाए जाने को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं सोशल मीडिया पर उड़ती रहीं, जिनमें मुख्य रूप से गणेश मंदिर विवाद और महेश यादव का नाम जोड़ा गया। हालांकि वास्तविकता इससे अलग है।
सूत्रों के अनुसार, माया सिंह के खिलाफ लंबे समय से आम लोगों और जनप्रतिनिधियों द्वारा लगातार शिकायतें की जा रही थीं। ये शिकायतें सीधा विधायक सुदेश राय तक पहुँची थीं, जिन्होंने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से चर्चा की।
विधायक राय ने स्वयं स्पष्ट किया कि मंदिर प्रकरण से इस कार्रवाई का कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि “सिस्टम अपना काम कर रहा है।” सोशल मीडिया पर महेश यादव (जो कि सीएम का रिश्तेदार बताया जा रहा है) के नाम से अफवाहें फैलाई जा रही हैं, जबकि हकीकत यह है कि पुलिस और प्रशासन ने पूरी प्रक्रिया के तहत यह निर्णय लिया है। इस कार्रवाई से यह संदेश स्पष्ट है कि जिम्मेदारी से समझौता करने वालों पर कार्रवाई तय है, चाहे वह कोई भी हो। इस मामले में निरीक्षक माया सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया में बताया कि जब उन्हें यह जानकारी मिली, वे कुबेरेश्वरधाम में ड्यूटी पर थीं और उन्हें हटाए जाने का कारण नहीं बताया गया।