सतेन्द्र जैन
कटनी। कटनी की खनिज संपदा को विश्वस्तरीय पहचान दिलाने और जिले में निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 23 अगस्त को एक माइनिंग कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। इस कॉन्क्लेव में देश भर से खनन क्षेत्र के दिग्गज उद्योगपति शामिल होंगे। कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री डाू. मोहन यादव भी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे।
कॉन्क्लेव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए प्रमुख सचिव माइनिंग उमाकांत उमराव और कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ होटल अरिंदम का निरीक्षण किया। उन्होंने आयोजन स्थल, प्रदर्शनी स्थलए वन.टू.वन चर्चा के स्थानए पार्किंग और अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया और जरूरी निर्देश दिए।
कटनी की खनिज संपदा और निवेश की संभावनाएं
इस कॉन्क्लेव में देश और विदेश से 500 से अधिक निवेशक शामिल होने की उम्मीद है। कटनी जिले में लाइमस्टोनए डोलोमाइटए मार्बलए बॉक्साइट, लेटराइट और फायर क्ले जैसे बेशकीमती खनिज प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। ये खनिज सीमेंट, चूना, स्टील, कागज और एल्युमीनियम जैसे उद्योगों के लिए महत्वपूर्ण हैं।
लाइमस्टोन: बड़वारा और विजयराघवगढ़ में मिलता है, जो सीमेंट और स्टील उद्योग के लिए उपयोगी है।
डोलोमाइट: स्लीमनाबाद और बड़वारा में उपलब्ध है, जिसका उपयोग स्टील और पुट्टी प्लांट में होता है।
मार्बल: बहोरीबंद और स्लीमनाबाद में अच्छी गुणवत्ता का मार्बल पाया जाता है, जिसका उपयोग भवन निर्माण और मूर्तिकला में होता है।
बॉक्साइट: कटनी और स्लीमनाबाद में प्रचुर मात्रा में मिलता है, जो एल्युमीनियम का मुख्य स्रोत है।
फायर क्ले: अग्निरोधी ईंटें और टाइल्स बनाने के काम आता है।
कृषि आधारित उद्योगों की भी अपार संभावनाएं
खनिज के अलावा कटनी जिला कृषि आधारित उद्योगों के लिए भी बहुत समृद्ध है। यहां चावल, दाल, आटा, मसाले, फल और औषधीय पौधों का बड़े पैमाने पर उत्पादन होता है, जिससे कृषि सेक्टर में भी निवेश के अच्छे अवसर हैं।