मेंहदी_रंगोली प्रतियोगिता में बच्चों ने बड़चडकर लिया भाग

 

*रिपोर्टर सतेंद्र जैन*

कटनी जिला के ग्राम बड़गांव मे आयोजित

कटनी।


हर घर तिरंगा के उपलक्ष्य में शास. उ.माध्यमिक विद्यालय बडगांव में रंगोली, मेंहदी,पेंटिग और निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, तथा प्रतियोगी छात्रों को पुरुस्कार वितरण शाला प्रधान प्राचार्य श्री गोबिंद सिंह मरावी जी द्वारा किया गया जिसमे ग्राम पंचायत सरपंच श्री गौरव शाह जू देव सहायक सचिव श्री अरबिंद पटैल  श्री रामराज श्री राजेंद्र दोहैया शिक्षक समस्त स्टाप की उपस्थिति रही।

*सबसे बड़ा सबक* 

एक बार एक पिता के मन में ख्याल आया कि वो अपने बेटे को आज दुनिया का सबसे बड़ा सबक सिखाएं, इसके लिए उसने एक कौतुक रचा, अपने बेटे को थोड़ा ऊँचाई पर खड़ा कर के कहा कि तुम वहाँ से ज़मीन पर छलांग मारो मैं तुमको पकड़ लूंगा, लेकिन बच्चा कूदने से डर रहा था, उसने बोला नहीं पिताजी यदि मैं कूदूँगा तो मैं गिर सकता हूँ और मुझे चोट लग सकती है, तो पिता ने अपने बच्चे को विश्वास दिलाया कि बेटा तू नहीं गिरेगा मैं तुझे पकड़ लूंगा, ऐसा पिता ने कई बार बोला अपने बच्चे को विश्वास दिलाने के लिए, जब बच्चे को पिता पर पूरा विश्वास हो गया तब वो कूद गया और पिता ने जानबूझकर अपने बच्चे को नहीं पकड़ा।

परिणामस्वरूप बच्चा गिर गया और उसे चोट लग गई, तब बच्चे ने बहुत हैरानी से अपने पिता से पूछा कि आपने तो मुझे इतना विश्वास दिलाया था कि जब मैं कूदूँगा तो आप मुझे पकड़ लोगे, फिर आपने मुझे क्यों नहीं पकड़ा, तब उसके पिता ने बोला की बेटा यही सबक तो मैं तुझे सिखाना चाहता था कि इस दुनिया में अपने बाप पर भी विश्वास नहीं करना और इसको इस दुनिया का सबसे बड़ा सबक समझना।

दरअसल वो पिता बहुत अनुभवी था उसने दुनिया देखी थी और वो ये जानता था कि इस मतलबी दुनिया में किसी पर भी विश्वास नहीं किया जा सकता, इसीलिए अपने बच्चे की भलाई के लिए उसने ऐसा कौतुक रचा था ताकि उसके बेटे को ये सबक ज़िंदगी भर याद रहे।

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