लाखों रूपये का भ्रष्टाचार कागजों पर बना दी सड़के पुलिया शौचालय
ग्रामीणों ने कलेक्टर जनपद सीईओ को की शिकायत निष्पक्ष जांच की मांग
शासकीय हाई स्कूल एवं हाई सेकेण्डरी स्कूल की दो बाउंड्री बाल के लिये शासन द्वारा क्रमश: 10 लाख एवं 12 लाख रूपये की राशि भेजी आई थी लेकिन सरपंच द्वारा आज तक स्कूल की बाउंड्री बाल का निर्माण नहीं किया है और सरपंच द्वारा उक्त राशि में से आधी से अधिक राशि खाते से निकाल ली है। गड़ाघाट पुलिया निर्माण के लिए शासन द्वारा लाखों रूपये की राशि स्वीकृत की गई थी सरपंच, सचिव ने अधिकारियों की मिलिभगत कर पुलिया का घटिया निर्माण कराया और पुलिया एक ही बरसात में टूटकर बह गई जिसकी जाँच होना जरूरी है। मगरदा में गलियों के अंदर सी.सी. कार्य के लिये शासन द्वारा स्वीकृत राशि से गांव का नही सरपंच सचिव के परिजनो का विकास कर दिया गया है। सरपंच के परिवारजनों एवं सगे सबंधियों के घर के सामने निजी भूमि पर 300 मीटर की सी.सी. रोड बना दी गई। जिस भूमि पर रोड बनाया गया है ग्रामवासियों को इस से कोई लाभ नहीं हुआ है।
नहीं बनाया आंगनबाड़ी भवन कर दी पूरी राशि गायब
पंचायत मगरदा में बीस साल से एक ही परिवार के मां बाप बहु बेटे सरपंच सचिव
आपस में बांट लिए पीएम आवास
सीहोर। लाखों रूपये के भारी भ्रष्टाचार का मामला खुलकर सामने आ गया है जनपद पंचायत सीहेार की ग्राम पंचायत मगरदा में पंचायत अधिनियमों का खुलकर बेखौफ होकर उल्लंघन किया जा रहा है। सड़के पुलिया और शौचालय सहित अन्य स्वीकृत निर्माण कार्य कागजों पर ही पूर्ण कर दिए गए है फर्जी बिलों के माध्यम से लाखों रूपये की सरकारी राशि निकाल ली गई है। खास बात यह है कि पंचायत मगरदा में बीस साल से एक ही परिवार के मां बाप बहु बेटे सरपंच बन रहे है और सचिव की जिम्मेदारी भी निभा रहे है यही कारण है की इन्होने गांव के पात्र ग्रामीणों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं देकर खुद ही पीएम आवास आपस में बांट लिए है और ग्रामीण आज भी मूलभुत सुविधाओं को तरस रहे है। ग्राम पंचायत में हुए भारी भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जांच कराने और हड़पी गई लाखों रूपये की सरकारी राशि सरपंच सचिव से वसूलने सहित ग्रामवासियों को परेशानियों से मुक्ति दिलाकर समुचित सड़क पानी बिजली शौचालय पक्का मकान और सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने की मांग को लेकर ग्र्रामीणों के द्वारा कलेक्ट्रेट जनसुनवाई में पहुंचकर कलेक्टर और जनपद पंचायत सीईओ को भी लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है।
पुराने मकान के फोटो. फर्जी तरीके से ले लिया पैसा
पुराने मकान के फोटो. फर्जी तरीके से ले लिया पैसा
शिकायती पत्र में ग्रामीणों ने बताया की सरपंच छम्मा बाई पत्नी बद्री प्रसाद गौर ने अपने पुत्र ओमप्रकाश गौर पूर्व सरपंच को और अपने दूसरे पुत्र कमलेश गौर को आवास योजना का लाभ दिलाया है। योजना का लाभ लेने के लिए सरपंच के दोनों पुत्र ने अपने पुराने मकान के फोटो दिखाकर फर्जी तरीके से पैसा ले लिया है। जबकी सरपंच अपने परिवार को किसी भी प्रकार का शासकीय योजना का लाभ देता है तो यह अपराध की श्रेणी में आता है। सहायक सचिव विनोद गौर ने अपने पिता दौलती गौर के नाम से प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ ले लिया है जबकि दौलती गौर और उनकी पत्नी के नाम पर गांव में ही 9 एकड़ जमीन है उन्हे प्रधानमंत्री आवास योजना लाभ नियमों के बिरूद्ध दिया गया है। सरपंच द्वारा पंचों को पंचायत गठन से आज तक किसी भी प्रकार का वेतन या भत्ता नहीं दिया गया है जबकि पंचो एवं सरपंच के वेतन-भत्ते के नाम से राशि का आहरण हुआ है। सरपंच ने पंचों का मानदेय भी हड़प लिया है।
बरसात में टूटकर बह गई लाखों रूपये की पुलिया
शासकीय हाई स्कूल एवं हाई सेकेण्डरी स्कूल की दो बाउंड्री बाल के लिये शासन द्वारा क्रमश: 10 लाख एवं 12 लाख रूपये की राशि भेजी आई थी लेकिन सरपंच द्वारा आज तक स्कूल की बाउंड्री बाल का निर्माण नहीं किया है और सरपंच द्वारा उक्त राशि में से आधी से अधिक राशि खाते से निकाल ली है। गड़ाघाट पुलिया निर्माण के लिए शासन द्वारा लाखों रूपये की राशि स्वीकृत की गई थी सरपंच, सचिव ने अधिकारियों की मिलिभगत कर पुलिया का घटिया निर्माण कराया और पुलिया एक ही बरसात में टूटकर बह गई जिसकी जाँच होना जरूरी है। मगरदा में गलियों के अंदर सी.सी. कार्य के लिये शासन द्वारा स्वीकृत राशि से गांव का नही सरपंच सचिव के परिजनो का विकास कर दिया गया है। सरपंच के परिवारजनों एवं सगे सबंधियों के घर के सामने निजी भूमि पर 300 मीटर की सी.सी. रोड बना दी गई। जिस भूमि पर रोड बनाया गया है ग्रामवासियों को इस से कोई लाभ नहीं हुआ है।
नहीं बनाया आंगनबाड़ी भवन कर दी पूरी राशि गायब
पंचायत क्षेत्र के ग्राम मगरदीकला में रोड निर्माण के लिए विधायक निधि से दी गई चार लाख रूपये की राशि से भी मात्र आधे रोड का निर्माण हुआ वह भी घटिया स्तर का हुआ है रोड पूरी तरह से टूटफूट गया है जगह जगह गड्डे हो गये है। रोड की सम्पूर्ण राशि निकाल ली गई है। देवनारायण मंदिर तक सड़क निर्माण के लिए भी लगभग चार लाख रूपये की शासन द्वारा स्वीकृत किए गए है। यह राशि भी निकालकर हड़प कर ली गई है सड़क अबतक नहीं बनी है । आंगनबाड़ी भवन की बिल्डिंग के लिए पाच लाख चालीस हजार रूपये स्वीकृत हुए है लेकिन 10 वर्षो से भी अधिक हो गए है आंगनबाड़ी भवन नहीं बनाया गया है पूरी राशि गायब कर दी गई है।
ऐजेंसियों एवं दुकानों के नाम से कई फर्जी बिल
बालाप्रसाद के खेत के नाले की पुलिया के निर्माण की राशि लगभग 5 लाख रूपये काफी समय पहले स्वीकृत हुई जो कि घुमककड़ आदिवासी विभाग द्वारा स्वीकृत की गई थी जिसका निर्माण आज तक नही किया गया है। पीलिया नामा खेत की तुकड़ी के पास दो लाख रूपये की राशि शासन द्वारा काफी समय पहले स्वीकृत की गई है जिसका निर्माण नहीं किया गया है। पचायत द्वारा पंचायत के खाते से कई अलग-अलग ऐजेंसियों एवं दुकानों के नाम से फर्जी बिल बनाकर लाखो रूपये की राशि का गवन किया गया है जबकि इन कंपनियों एवं दुकानों द्वारा ग्राम पंचायत के अंदर किसी भी प्रकार का कोई कार्य नही किया है। शासन की पूंजी का दुरुप्रयोग अपने निजी कार्य के लिए सरपंच सचिव ने किया है जिसमे पंचगण एवं ग्रामवासी बहुत दु:खी है।