समैया परिवार सागर ने रजत जड़ित तरण त्रिवेणी चैत्यालाय श्रद्धांनवत भेंट की

 

रिपोर्टर सतेंद्र जैन

तारण तरण दिगंबर जैन मंदिरों


में होने वाले प्रवचनों का मुख्य उद्देश्य जीवों को संसार सागर से पार कर मोक्ष मार्ग की ओर बढ़ने का रास्ता दिखाना होता है. 

दर्शन और शिक्षा:

ये मंदिर धार्मिक शिक्षा कार्यक्रम, प्रवचन और अध्ययन समूह आयोजित करते हैं, ताकि अनुयायियों को जैन दर्शन, नैतिकता और धर्मग्रंथों की गहरी समझ हो सके। आज उत्तम आकिंचन धर्म के शुभ अवसर पर स्वर्गीय सुरेश चंद धर्मपत्नी स्वर्गीय श्रीमती कमल श्री समैया के पुत्र सुजीत कुमार संजीत कुमार सुमित कुमार सचिन कुमार शैलेश कुमार संदेश कुमार कुमारी सोनाक्षी समैया परिवार सागर द्वारा  रजत जड़ित तरण त्रिवेणी चैत्यालाय श्रद्धांनवत भेट की गईं उसी क्रम में अतिशय कारी क्षेत्र सुखा निःसई जी को एक तारण त्रिवेणी रखी गई उक्त तरण  त्रिवेणी  बाल ब्रह्मचारी दशमी प्रतिमा धारी श्री आत्मानंद महाराज के कर कमल में सौंपी गई उनके साथ क्षेत्र के मंत्री केसी जैन सहित अनेकों लोग उपस्थित थे। भिलाई से आए हुए भागचंद नीलिमा जैन को भिलाई चेत्यालय के हेतु एक तारण त्रिवेणी रजत जड़ित भेंट की गई ।  

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