हे राम... रुढक़ते हुए जनसुनवाई में पहुंची वृद्धा



सीहोर।
पूरे मध्यप्रदेश में सीहोर खास जिलों में शुमार है। यहां की छोटी-छोटी गतिविधियां ब्रैकिंग बन जाती है। इस जिले के जनप्रतिनिधि व प्रशासन अलर्ट रहता है। बावजूद सीहोर में कल यानि मंगलवार को कुछ ऐसा घटित हुआ, जिसे देख लोग यही कहते नजर आए कि सीहोर में पहली बार ऐसा हुआ है। है राम... यह क्या हो रहा है।  

दरअसल, मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई आयोजित हुई। इस जनसुनवाई में एक वृद्ध महिला पहुंची, लेकिन यह वृद्ध महिला पैदल चलकर नहीं, बल्कि रुढक़ती हुई जनसुनवाई में जा रही थी। यह नजारा जेसे कलेक्ट्रेट कार्यालय से बाहर निकल रहे सहायक संचालक जिला जनसंपर्क अधिकारी देवेंद्र ओंगरे और सहायक जितेंद्र रायकवार सहित कलेक्ट्रेट में तैनात होमगार्ड सैनिक किशन वर्मा व अन्य लोगों ने देखा तो वह तुरंत वृद्धा के पास पहुंचे। 

जिम्मेदारों ने वृद्ध महिला को सडक़ पर लुडक़ने से रोका और पानी पिलाया। इस दौरान कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर गहमागहमी का माहैाल बना रहा। वृद्धा महिला के विरोध के बावजूद जबरदस्ती बाइक पर बैठाकर पीडि़त महिला को जनसुनवाई ले जाया गया। कलेक्टर बालागुरू के. ने पीडि़त महिला की बात सुनी और तत्काल डिप्टी कलेक्टर वंदना राजपूत को प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराने और न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। कलेक्टर के पूछने पर वृद्ध दलित महिला अयोध्या बाई ने बताया की वह पचामा गांव में अपने भाई नन्नूलाल मालवीय के साथ रहते हुए बीमारी में उनकी सेवा कर रही थी नन्नूलाल मालवीय की अचानक मौत के बाद गांव के दबंग मुकेश चौहान और जसपाल चौहान ने उनके घर पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया है। उन्होंने बताया की जसपाल चौहान ग्राम पंचायत में सचिव है सरकारी दस्तावेजों में हेरफैर कर फर्जी पट्टा बनवा लिया है, जबकी मकान वर्षों पुराना है जिसके बिजली के बिल और अन्य सत्यपित दास्तावेज भी मौजूद है। दलित वृद्ध महिला अयोध्या बाई ने कहा की दबंग लोग कई बार मारपीट कर चुके है पुलिस ने उल्टे बेटे राम प्रसाद को ही बंद कर दिया था। अयोध्या बाई ने बताया की एसडीएम, तहसीलदार को मकान और जमीन के दस्तावेज देकर शिकायत कर चुकी है लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पचामा के बेखौफ  दबंग घर की चार दीवारी में लगे सैकड़ों हरे भरे पेड पौधो पर कुल्हाड़ी चलाकर उनकी निर्मम हत्या कर कर चुके है, जिंदा हेन्डपंप को उखाड़ कर फैक चुके है। यही नहीं बेखौफ  दबंगों ने दलित के कच्चे घर पर कब्जे का बोर्ड लगाकर शासन प्रशासन और पुलिस अदालत नियम कानून सबको तांक पर रख दिया है। पीडि़ता अयोध्या बाई ने बताया की ग्राम पंचायत पचामा के सचिव द्वारा दस्तावेजों में फर्जीबाड़ा कर पुस्तैनी मकान अपने नाम कर लिया है हमें मारपीटकर घर से भगा दिया है यह रसूखदार दबंग लोग हमें जान से मारने की धमकी दे रहे है गांव में रहने नहीं देने की बात कहा रहे है।


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