सीहोर। राजनीति में जनप्रतिनिधि चाहते हैं कि उनके ज्यादा से ज्यादा समर्थक हो, ताकि उनका बोल बोला हो सके। लेकिन कभी-कभी यही समर्थक जनप्रतिनिधियों के लिए परेशानी का सबब भी बन जाते हैं। ऐसी ही परेशानी जिले के एक विधायक के लिए हो गई है। दरअसल, जिले के एक विधायक अपने दो समर्थकों से खासे परेशान हैं। दोनों ही समर्थक भारतीय जनता पार्टी के बड़े पदाधिकारी। दोनों समर्थकों के बीच तनातनी व शतरंज की तरह शेह-मात का खेल चल रहा है। दोनों समर्थकों के बीच सुलह कराने के विधायक जी ने खूब प्रयास किए, लेकिन विधायक जी असफल रहे। अब विधायक जी ने दोनों समर्थकों को अपने हाल पर ही छोड़ दिया है। हालांकि विधायक जी के इन दोनों समर्थकों में से एक समर्थक बहुत भारी हैं, क्योंकि उनके एक बहुत बड़े नेता के पुत्र से सीधे संबंध हैं, जबकि दूसरे समर्थक को सिर्फ विधायक जी का ही सहारा है।
सीहोर। राजनीति में जनप्रतिनिधि चाहते हैं कि उनके ज्यादा से ज्यादा समर्थक हो, ताकि उनका बोल बोला हो सके। लेकिन कभी-कभी यही समर्थक जनप्रतिनिधियों के लिए परेशानी का सबब भी बन जाते हैं। ऐसी ही परेशानी जिले के एक विधायक के लिए हो गई है। दरअसल, जिले के एक विधायक अपने दो समर्थकों से खासे परेशान हैं। दोनों ही समर्थक भारतीय जनता पार्टी के बड़े पदाधिकारी। दोनों समर्थकों के बीच तनातनी व शतरंज की तरह शेह-मात का खेल चल रहा है। दोनों समर्थकों के बीच सुलह कराने के विधायक जी ने खूब प्रयास किए, लेकिन विधायक जी असफल रहे। अब विधायक जी ने दोनों समर्थकों को अपने हाल पर ही छोड़ दिया है। हालांकि विधायक जी के इन दोनों समर्थकों में से एक समर्थक बहुत भारी हैं, क्योंकि उनके एक बहुत बड़े नेता के पुत्र से सीधे संबंध हैं, जबकि दूसरे समर्थक को सिर्फ विधायक जी का ही सहारा है।