वायरल वीडियो : रंगोली से बनी भगवान की प्रतिकृति को प्रोफेसर ने पैरो से मिटाया, हुई एफआईआर

देवास जिले के कन्नौद में सरकारी कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया  में हुआ वायरल


एबीवीपी की शिकायत के बाद प्रकरण दर्ज कर कलेक्टर ने कॉलेज से हटाने की बात कही



देवास। जिले के कन्नौद में सरकारी कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर का सीसीटीवी फुटेज मंगलवार को सोशल मीडिया में वायरल हुआ।

वायरल वीडियो में राधा कृष्ण और तिरंगे झंडे की रंगोली को पैरों से रौंदते/मिटाते हुए दिखाई सहायक प्राध्यापक दिखाई दे रहा है।

एबीवीपी की  शिकायत के बाद आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर के खिलाफ केस दर्ज किया गया।

कलेक्टर ऋतुराज ने आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर को कॉलेज से हटाने की बात कही हैं।


दरअसल जिले के कन्नौद में सरकारी कॉलेज के प्रोफेसर की एक शर्मनाक तस्वीर सामने आई है।

जहाँ कन्नौद के शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय में पदस्थ केमिस्ट्री के असिस्टेंट प्रोफेसर जुजेर अली रंगवाला का एक सीसीटीवी फुटेज तेजी से वायरल हुआ। जिसमें वह कॉलेज में बनाई गई राधा कृष्ण और तिरंगा झंडे की रंगोली को पैरों से रौंदते/मिटाते हुए दिखाई दे रहा हैं। इतना ही नहीं उसके वाट्सअप स्टेटस के स्क्रीन शॉट्स भी वायरल हो रहे हैं। जिसमें कन्नौद नगर और भारत विरोधी आपत्तिजनक और विवादित पोस्ट लिखी हुई है। केमिस्ट्री के असिस्टेंट प्रोफेसर जुजेर अली रंगवाला के खिलाफ एबीवीपी ने पिछले दिनों कॉलेज के प्रभारी प्रिंसिपल और कन्नौद टीआई को ज्ञापन सौंपे थे। जिसमें छात्र संगठन ने पुलिस को जुजेर अली रंगवाला की पैरों से रंगोली मिटाने वाली शर्मनाक हरकत के सीसीटीव फुटेज के साथ ही वाट्सअप एप स्टेटस के स्क्रीन शॉट्स भी दिए थे जिसमें आरोपी जुजेर अली द्वारा कन्नौद नगर एवं भारत को लेकर आपत्तिजनक और विवादित पोस्ट लिखी हुई थी।

अब मामला गरमाते हुए देख कन्नौद पुलिस ने आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर जुजेर अली रंगवाला के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

वहीं कलेक्टर ऋतुराज ने भी मीडिया से बातचीत में आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर को कॉलेज से हटाने की बात कही है।

कन्नौद पुलिस केस दर्ज करने के बाद पूरे मामले की जांच में जुट गई है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि रंगोली मिटाने वाला असिस्टेंट प्रोफेसर का यह वायरल सीसीटीव फुटेज कब का  हैं। कन्नौद थाना प्रभारी  तहजीब काजी ने बताया कि 21 मार्च को मामला सामने आया था, जिस पर जांच कर 30 मार्च को बीएनएस की धारा 296 और 198 में प्रकरण दर्ज कर लिया गया हैं। काजी ने बताया कि केस दर्ज होने के बाद से आरोपी प्रोफेसर फरार है। प्रोफेसर जैर अली रंगवाला के विरुध्द एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने वायरल वीडियो के साथ प्रोफेसर के स्टेटस के विभिन्न स्क्रीन शॉट पर भी आपत्ति जताई है। बताया जाता है कि वीडियो 21 मार्च को वायरल हुआ था। वीडियो वायरल होने के 10 दिनों बाद 30 मार्च को आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। कलेक्टर ने मामले की जांच की बात कही है।

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