अब तक जल गंगा संवर्धन अभियान में सीहोर जिला फिसड्डी

 


जल संरक्षण के लिए कुँए, तालाब, बाबड़ियाँ का किया जाना है जीर्णोद्धार कार्य , तय समय पर नहीं हुए पूर्ण।

जल संवर्धन अभियान में  प्रदेश में जिला 47 वें पायदान पर



सीहोर। पानी की खपत अब दिनोंदिन बढ़ रही है, और इन दिनों शहर से लेकर गांव तक जल संकट गहराया हुआ है। भूमिगत जलस्तर साल दर साल गिरता ही जा रहा है।  जिला पहले ही सूखा ग्रस्त घोषित हो चुका है। अमूमन यह स्थिति हर जगह है, पानी की बूंद को सहेजने के लिए सरकार ने जल संवर्धन अभियान की शुरूआत की। जिसमें प्राकृतिक जल स्रोत, कुएं, बावड़ी और अन्य जल संसाधनों को जीर्णोद्धार कार्य चल रहे हैं।  लेकिन पानी को सहेजने के जतन में केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं  कृषि मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का जिला अब तक फिसड्डी साबित हुआ। स्टेट रेंकिग में जिले का स्थान 47 वां है। जबकि कुल जिले 52 हैं। जिले में कागजों और बैनर पोस्टर में ही यह अभियान सिमट कर रह गया है। 


उल्लेखनीय है कि जल संवर्धन अभियान की बात की जाए तो इस अभियान के तहत बरसात के पानी सहेजने और प्राकृतिक जल स्रोतों को संरक्षित करने के उददेश्य से यह अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत शहर से लेकर गांवों तक खराब हो चुके कुए बावडि?ों की साफ सफाई और उनका गहरीकरण कार्य किया जाना है, इनका जीर्णोद्धार कार्य किया जाना है साथ ही वर्तमान में ग्रामीण विकास के तहत प्राकृतिक जल संरचनाओं के किए जा रहे निर्माण कार्यों को तय समय में पूर्ण करना है, इसमें स्टाप डेम, चेक डेम, खेत तालाब, डगवैल, जैसे कई कार्य होने थे, जिले में ऐसे कई कार्य चल रहे हैं, लेकिन इनमें प्रगति नहीं दिखाई दे रही है। जिसके कारण जल गंगा संवर्धन अभियान में जिला काफी पीछे है।

दो माह बाद भी 47 वां नंबर

सीहोर जिला केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का यह गृह जिला है, कई योजनाएं इस जिले से पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई।  कई योजनाओं को धरातल पर उतारने के मामले में जिला अग्रणी रहा, लेकिन अब शिवराज सिंह चौहान अब केन्द्र सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, अब उनके सीएम न रहने का असर भी माना जा रहा है। जल गंगा संवर्धन अभियान की शुरूआत 30 मार्च को हुई थी और 30 जून तक यह अभियान चलाया जाएगा। दो महीने बीतने के बाद जिले की रेकिंग ही नहीं सुधर पा रही है। प्रदेश में 47 वां नंबर है, जबकि बीते सप्ताह जिला 50वें स्थान पर था।  इससे जिम्मेदार अफसर और कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। कागजी खाना पूर्ति के इतर जमीन पर काम नही हुआ। 


हम प्रयास कर रहे हैं

जिले में अभियान के तहत काफी बेहतर कार्य किए जा रहे हैं, पुराने कार्यो को भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा, जो लक्ष्य मिला है, उसे निर्धारित समय अवधि में पूरा किया जाएगा। अभी आगे जिले की रैंक क सुधरेगी।

प्रमोद त्रिपाठी,  मनरेगा अधिकारी सीहोर


टीम मेहनत कर रही है

शुरूआती दिनों में कई जिले आगे निकल गए, लेकिन हमारी टीम मेहनत कर रही है, कई लोग को हम खेत तालाब बनवाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, आगामी दिनों में जिला टाप टेन में शामिल हो जाएगा।

एके पंथी, कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा सीहोर

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