लक्ष्य न्यूज कटनी।
8 साल बाद फिर शुरू हुआ नकद कर्ज वितरण, सरकार के अंशदान से जिला सहकारी बैंकों में लौटी संजीवनी कटनी. लंबे समय से कर्ज अदायगी न करने के कारण सहकारी बैंकों से वंचित चल रहे कटनी जिले के किसानों को अब बड़ी राहत मिली है। 2017 के बाद पहली बार, किसानों को फिर से नकद ऋण देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह संभव हो सका है राज्य सरकार द्वारा जिला सहकारी बैंकों में अंशदान देने के निर्णय से। अब किसान बिना ब्याज के नकद ऋण ले सकेंगे। किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किसान ऋण प्राप्त कर सकेंगे। बशर्ते कि वे 6 माह के भीतर अदायगी करनी होगी। इस योजना का सीधा लाभ जिले की 9 शाखाओं और जबलपुर जिले की 15 शाखाओं से जुड़े किसानों को मिलेगा। खास बात तो यह है कि इसमें 60/40 का मान चलेगा। किसानों को 40 प्रतिशत राशि का खाद-बीज मिलेगा व शेष 60 प्रतिशत नकद दी जाएगी, जिससे किसान लागत आदि खर्च सकेंगे व अन्य उपयोग में रुपए ला सकेंगे। फसल आने पर कर्ज अदायगी करेंगे राज्य सरकार ने किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने और खेती-किसानी को संबल देने के लिए जिला सहकारी बैंकों को पुनर्जीवित करने का निर्णय लिया। इसके तहत सरकार ने बैंकों को आर्थिक सहायता (अंशदान) दी, जिससे वे फिर से नकद ऋण वितरण करने की स्थिति में आ सके। इस योजना के तहत किसानों को एक सीजन के लिए अधिकतम डेढ़ लाख रुपए व दोनों रबी-खरीफ सीजन मिलाकर 3 लाख रुपए का कर्ज मिलेगा। खास बात यह है जो किसान थोड़ी-मोड़ी रकम के कारण डिफाल्टर हैं वे राशि जमा कर इस योजना का लाभ उठा पाएंगे।
फैक्ट फाइल:
45 हजार बैंकों में पंजीकृत हैं जिले के किसान।
14 हजार किसाना सोसायटियों में कर रहे लेनदेन।
15 हजार किसान जिले में हैं डिफाल्टर।
24 शाखाएं कटनी व जबलपुर मिलाकर हैं संचालित।
डिफाल्टरों पर बकाया है 114 करोड़
बता दें कि जिले में डिफाल्टर किसानों पर बड़ा कर्ज बकाया है। कुछ साल पहले तक सहकारी बैंकों में 35 हजार से अधिक किसान लेनदेन करते थे। किसानों के ऊपर 114 करोड़ रुपए का कर्ज बकाया है। सालाना ऋण में 35 करोड़ रुपए बकाया हैं।
इन बैंकों से मिलेगा फायदा
कटनी में जिला सहकारी बैंक की 9 शाखाएं काम कर रही हैं। इनमें सिविल लाइन कटनी, बरही, विजयराघवगढ़, रीठी, बहोरीबंद, बाकल, स्लमीनाबाद, उमरियापान, बड़वारा जिला सहकारी बैंकी शाखाएं हैं जहां से किसानों को बिना ब्याज का कर्ज मिल सकेगा
खास-खास
किसानों को मिलेगा बिना ब्याज का ऋण, ऋण की अधिकतम अवधि 6 माह
केवल उन्हीं किसानों को मिलेगा ऋण, जिन्होंने समिति में पंजीयन कराया हो
भुगतान समय पर करने पर ब्याज माफ, समय पर न चुकाने पर ब्याज लगना शुरू हो जाएगा
नकद राशि मिलने से किसानों को अब खाद-बीज के साथ अन्य जरूरी संसाधन खरीदने में सहूलियत होगी
साहूकारों व निजी फाइनेंसरों के चंगुल से मुक्ति मिलेगी, समय पर किसानी कर सकेंगे, जिससे उत्पादन व आय में वृद्धि संभव
सहकारी बैंक से जुड़ाव बढ़ेगा, जिससे भविष्य में भी योजनाओं का सीधा लाभ मिलेगा
वर्जन
इस योजना से कटनी जिले के 15 हजार से अधिक किसानों को लाभ मिलेगा, जो लंबे समय से नकद कर्ज सुविधा से वंचित थे। इस व्यवस्था के तहत किसानों को ऋण सहकारी बैंकों के माध्यम से उपलब्ध होगा। समितियां पात्र किसानों की सूची बनाकर ऋण स्वीकृति की प्रक्रिया में मदद करेंगी। इस पहल से किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
अरविंद पाठक, नोडल अधिकारी, जिला सहकारी बैंक।