जब इंसानियत मर गई सड़क पर : पत्नी का शव बाइक पर बांध 50 किमी चला बेबस पति, मदद को नहीं रुकी कोई गाड़ी

 



सिवनी। नागपुर-जबलपुर नेशनल हाईवे पर हुए दर्दनाक हादसे में पत्नी की मौत के बाद पति को सड़क किनारे खड़े होकर मदद मांगनी पड़ी, लेकिन कोई वाहन नहीं रुका। मजबूर होकर उसने पत्नी का शव बाइक की पिछली सीट पर बांधा और 50 किलोमीटर सफर किया।  नागपुर-जबलपुर नेशनल हाईवे पर रविवार को एक दर्दनाक हादसा और उससे भी ज्यादा इंसानियत को शर्मसार करने वाला मंजर देखने को मिला। सड़क किनारे मदद के लिए तड़पते एक व्यक्ति को किसी ने नहीं रोका, मजबूरन उसने अपनी पत्नी का शव बाइक की पिछली सीट पर बांधकर 50 किलोमीटर तक सफर किया।लोणारा से लौटते वक्त हुआ हादसा

जानकारी के अनुसार, सिवनी जिले के करनपुर निवासी अमित यादव पत्नी ग्यारसी के साथ नागपुर के लोणारा से अपने गांव लौट रहे थे। दोपहर करीब 3 बजे हाईवे पर एक तेज रफ्तार ट्रक ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में ग्यारसी सड़क पर गिर गईं और ट्रक के पिछले पहिए की चपेट में आकर मौके पर ही उनकी मौत हो गई। ट्रक चालक फरार हो गया।

राहगीरों से मांगी मदद, लेकिन…

पत्नी को खून से लथपथ देखकर अमित ने हाथ जोड़कर गुजरते वाहनों को रोकने की कोशिश की, लेकिन कोई मदद के लिए नहीं रुका। कई मिनट तक इंतजार के बाद उन्होंने पत्नी के शव को कपड़े से बाइक की पिछली सीट पर बांधा और गांव की ओर निकल पड़े।

50 किलोमीटर बाद पुलिस ने रोका

करीब 50 किलोमीटर आगे पुलिस की नजर पड़ी। यह नजारा देखकर पुलिसकर्मी भी हैरान रह गए। उन्होंने बाइक रोककर शव को नागपुर के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज पहुंचाया, जहां पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।

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