पं. प्रदीप मिश्रा का पैतृक मकान ढहा, खाली रहने से टला बड़ा हादसा

सीहोर। अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के देश भर के अनुयायियों को शहर में घटित हादसे ने चिंता में डाल दिया है। दरअसल, शहर के बाजार क्षेत्र में स्थित पंडित प्रदीप मिश्रा का पैतृक मकान का एक हिस्सा भरभरा कर ढह गया। अच्छी बात यह रही कि इस घटना में कोई जनहानि नहीं है। वहीं नगर पालिका ने इस मकान को पहले ही कंडम घोषित कर दिया, हालांकि गिराया नहीं गया था। 

बता दें शहर के छावनी क्षेत्र के नमक चौराहा पर स्थित यह मकान बेहद पुराना और कमजोर हो चुका था। मानसून की शुरुआत से पहले ही जिला प्रशासन ने इसे कंडम भवनों सूची में शामिल कर लिया था। इसी वजह से इसे खाली कर दिया गया था और परिवार का कोई भी सदस्य वहां नहीं रहता था।

प्रशासन की सतर्कता से टला हादसा

नगर पालिका ने बारिश से पहले ही शहर के कई जर्जर भवनों को चिह्नित किया था और कुछ को तो ढहाने की कार्रवाई भी की थी। पंडित प्रदीप मिश्रा का यह पैतृक मकान भी इसी श्रेणी में आता था। स्थानीय लोगों का मानना है कि अगर यह मकान खाली न होता तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था।



अनुयायियों में दिखी चिंता

मालूम हो कि पंडित प्रदीप मिश्रा के देश भर में फैले प्रशंसक जो उनके प्रवचनों और रुद्राक्ष महोत्सव से जुड़े हैं इस खबर को सुनकर चिंतित हो गए थे। लेकिन जब यह पुष्टि हुई कि मकान खाली था और कोई हताहत नहीं हुआ तो सभी ने ईश्वर का धन्यवाद किया। 

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