सीहोर। सोमवार को हुए राजनीतिक विवाद के बाद सीहोर में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने आज (गुरुवार) को विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज करने और कांग्रेस कार्यकर्ता पर दर्ज एफआईआर को वापस लेने की मांग की गई है।
ज्ञापन सौंपने के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजीव गुजराती ने कहा कि हमने कोतवाली थाने में आवेदन दिया था और 3 दिन की चेतावनी दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब हमने एसपी कार्यालय आकर ज्ञापन दिया है और साफ कह दिया है कि अगर 7 दिन में कार्रवाई नहीं हुईए तो हम फिर से विरोध प्रदर्शन करेंगे।
क्या था विवाद
यह विवाद सोमवार को तब शुरू हुआ जब बस स्टैंड पर राहुल गांधी के एक बयान को लेकर बीजेपी और कांग्रेस कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। इस दौरान विधायक सुदेश राय पर ‘मातृशक्ति’ के सामने अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप भी लगा।
बयानबाजी भी चली
घटना के बाद पूर्व विधायक रमेश सक्सेना ने एक वीडियो जारी कर विधायक को मर्यादा बनाए रखने की नसीहत दी। जवाब में विधायक के भांजे राजकुमार जायसवाल ने पलटवार करते हुए कहा कि विधायक अपने कार्यकर्ताओं के लिए हर लड़ाई लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि जिन्हें राजनीतिक शुचिता की बात करनी है, उन्हें पहले उस प्रवक्ता को रोकना चाहिए था जिसने पंडित प्रदीप मिश्रा के बारे में गलत बातें लिखी थीं।
बुधवार को कांग्रेस ने की निंदा
बुधवार को कांग्रेस कार्यालय में हुई बैठक में पार्टी के नेताओं ने बीजेपी के इस कदम की कड़ी निंदा की। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक सुदेश राय और बीजेपी जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में सार्वजनिक रूप से अपशब्दों का इस्तेमाल किया गया, जो कि राजनीतिक इतिहास में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। कांग्रेस ने बीजेपी से इस कृत्य के लिए पश्चाताप करने की मांग की है। अब इस मामले में गुरुवार को कांग्रेसजनों ने एसपी कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा है।