सीहोर। शहर के जर्जर हो चुके पुलों की समस्या अब जल्द ही खत्म होने वाली है। विधायक सुदेश राय की पहल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंजूरी के बाद दूल्हा बादशाह और बकरी पुल का पुनर्निर्माण किया जाएगा। इन दोनों पुलों के निर्माण पर करीब 5.50 करोड़ रुपये की लागत आएगी। बता दें मुख्य मार्गों पर स्थित इन पुलों से प्रतिदिन हजारों लोग गुजरते हैं।
विधायक सुदेश राय ने इन पुलों की दुर्दशा का मुद्दा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के सामने रखा था। करीब तीन माह पहले जब मुख्यमंत्री सीहोर आए थे तब इस विषय को प्रमुखता से उठाया गया। मुख्यमंत्री ने जनता की परेशानी को समझते हुए तुरंत मंजूरी दी और अब यह स्वप्न साकार होने जा रहा है। जनता का कहना है कि इस फैसले से शहर का यातायात सुगम होगा, दुर्घटनाओं का खतरा कम होगा और विकास का रास्ता खुलेगा।
दूल्हा बादशाह और बकरी पुल पर अत्याधुनिक ब्रिज
ब्रिज कॉरपोरेशन के अनुसार दूल्हा बादशाह पुल लगभग 30 मीटर लंबा होगा, जबकि सीवन नदी पर स्थित बकरी पुल करीब 90 मीटर लंबा बनाया जाएगा। दोनों पल करीब 5.50 करोड़ की लागत से अत्याधुनिक तकनीक से तैयार होंगे ताकि वे आने वाले कई दशकों तक मजबूत और सुरक्षित बने रहें। इंदौर नाके से लुनिया चौराहा तक पहले से बन रही टू.लेन सडक़ को भी इन नए पुलों से बड़ी राहत मिलेगी। शहर का स्वरूप बदलेगा और आवागमन में तेजी आएगी।
चार और पुलों का पुनर्निर्माण प्रस्तावित
सिर्फ यही नहीं, नगर के अन्य चार जर्जर पुलों इंगलिशपुरा पुल, पुराना बस स्टैंड पुल, मछली पुल और अमर टॉकीज पुल के पुनर्निर्माण के लिए भी शासन को प्रस्ताव भेजे गए हैं। अनुमान है कि इन पर लगभग 7.50 करोड़ रुपए की लागत आएगी। मंजूरी मिलते ही इनका भी निर्माण कार्य ब्रिज कॉरपोरेशन द्वारा शुरू किया जाएगा।
शहर का बदलेगा स्वरूप
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि बरसों से जर्जर पुलों की वजह से उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता रहा है। बारिश में तो हालात और बिगड़ जाते थे, जब जलभराव और बाढ़ जैसे हालात में पुलों पर आवागमन बंद हो जाता था। अब जब नए पुल बनने जा रहे हैं तो लोगों को यातायात में आसानी, सुरक्षा और राहत का अनुभव होगा। साथ ही शहर का चेहरा भी बदलेगा।
सीहोर के विकास का नया अध्याय
शहरवासी मानते हैं कि यह कदम सीहोर की विकास यात्रा में मील का पत्थर साबित होगा। लंबे समय से जिस सौगात का इंतजार था, वह अब हकीकत बनने जा रही है। नए पुल सिर्फ यातायात का साधन नहीं बल्कि सीहोर के आधुनिक स्वरूप की पहचान बनेंगे। यह काम पूरा होने के बाद सीहोर न सिर्फ सुरक्षित होगा बल्कि विकास की दिशा में और तेजी से आगे बढ़ेगा।
वर्क आर्डर जारी हुए
ब्रिज कॉरपोरेशन के सब इंजीनियर कैलाश वर्मा ने बताया कि दूल्हा बादशाह और बकरी पुल के वर्क ऑर्डर जारी हो चुके हैं। जैसे ही बारिश का मौसम समाप्त होगाए निर्माण कार्य तुरंत शुरू कर दिया जाएगा। वहीं अन्य चार पुलों के प्रस्ताव भी शासन को भेज दिए गए हैं और स्वीकृति मिलते ही उन पर भी काम शुरू होगा।