सीहोर। रंगों के पर्व होली में अब महज तीन दिन का समय ही शेष रह गया है। होली को लेकर बाजार सज गए हैं। दुकानों पर आकर्षक पिचकारियां और गुलाल बिकने को तैयार है। होली को लेकर पुरानी यादों को लेकर चर्चाएं भी हो रही हैं। इन चर्चाओं में सबसे ज्यादा तारीफ अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा को लेकर हो रही है। दरअसल, पंडित प्रदीप मिश्रा की वजह से अब सीहोर शहर नवाबी नहीं, बल्कि महादेव की होली मनाता है। बीते कुछ वर्षों से पं. प्रदीप मिश्रा ने इस परम्परा को ही बदलकर रख दिया है। इस वर्ष 15 मार्च को शहर महादेव की होली मनाएगा, जिसको लेकर तैयारियां जारी है।
इस वर्ष महादेव की होली का चल समारोह 15 मार्च को शहर में निकाला जाएगा। पंडित प्रदीप मिश्रा के सानिध्य में महादेव की होली पर चल समारोह नगर के प्रमुख मार्गों से निकलेगाए जिसमें बड़ी संख्या में सीहोर सहित देशभर के भक्त और हुरियारे सम्मिलित रहेंगे। पंडित प्रदीप मिश्रा ने परम्पराओं को पुनरूजीवित करते हुए सभी भक्तों से होली के दूसरे दिन भगवान महादेव का आशीर्वाद लेने की बात कही है। विगत कुछ वर्षों से महादेव की होली की परम्परा शुरु करते हुए आपने कहा है कि पहले दिन गमी की होली के बाद हमें दूसरे दिन सबसे पहले भगवान महादेव के साथ होली खेलना चाहिये। उन्हें रंग-अबीर गुलाल लगाकर, एक लोटा सुगंधित केसरिया जल चढ़ाकर उनसे आशीर्वाद लेना चाहिये ताकि वर्ष भर परिवार खुशहाल रहे। इसके बाद सबके साथ होली खेलना चाहिये।
बाजार से निकलेगा चल समारोह
इस वर्ष भी पारम्परिक रूप से महादेव की होली पर चल समारोह सुबह 9 बजे से श्री चमत्कारेश्वर महादेव मंदिर से प्रारंभ होगा, जो बाजार के विभिन्न मार्गों से होते हुए मनकामेश्वर महादेव मंदिर पर जाकर समाप्त होगा। पंडित प्रदीप मिश्रा भगवान भोलेनाथ को केसरिया सुगंधित जल चढ़ाकर भोलेनाथ से सभी भक्तों और देश की खुशहाली के लिये आशीर्वाद मांगेंगे।
आदिवासी कलाकार रहेेंगे आकर्षण
श्री विऋलेश्वर सेवा समिति के प्रमुख समीर शुक्ला और विनय मिश्रा ने बताया कि महादेव की होली चल समारोह की तैयारियां जोर.शोर से चल रही है। इस वर्ष अनेक नृत्य करती आदिवासी कलाकारों की मण्डलियां सहित गुलाल उड़ाती मशीनें और भी अनेक आकर्षण रहेंगे।