सीहोर। .... लगता है यह सप्ताह जिले की आष्टा विधानसभा से विधायक गोपाल सिंह इंजीनियर की सुर्खियों के नाम रहने वाला है। अभी सप्ताह का दूसरा-तीसरा ही दिन हुआ है और इन तीन दिनों में विधायक गोपाल सिंह इंजीनियर दो बार सुर्खियां बटोर चुके हैं। हांलाकि यह सुर्खियां पॉजीटिव नहीं, बल्कि निगेटिव है। अब ताजा मामला कृषि उपज मंडी के कार्यक्रम का आया है, जहां विधायक गोपाल सिंह इंजीनियर की मौजूदगी में व्यापारी संघ के मण्डी अध्यक्ष रुपेश राठौर कार्यक्रम का बहिष्कार करते हुए आयोजन को छोडक़र चले गए। विधायक श्री इंजीनियर की इन सुर्खियों को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कैलाश परमार ने निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के नेता अहंकारी होकर जनता से कट गए हैं।
आपको बता दें सोमवार को आष्टा कृषि उपज मंडी में नवीन मंडी प्रांगण में स्वीकृत निर्माण कार्यों का भूमि पूजन शाम 4 बजे विधायक गोपालसिंह इंजीनियर द्वारा किया गया। उक्त कार्यक्रम में व्यापारी संघ अध्यक्ष रूपेश राठौर कुछ देर के लिए पहुंचे और यह कहकर बहिष्कार कर दिया कि हमारे व्यापारी भाईयों को इस कार्यक्रम की सूचना नहीं दी गई। इधर, बगैर व्यापारियों के विधायक श्री इंजीनियर ने भूमिपूजन कर दिया। बता दें दो दिन पहले भी एक ऑडियो वायरल हुआ था। हालांकि ऑडियो में आवाज विधायक श्री इंजीनियर की थी या नहीं, इस बात की पुष्टि लक्ष्य टूडे नहीं करता है।
कांग्रेस बोली, जनता से कटे भाजपाई
इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व जिलाध्यक्ष व वरिष्ठ कांग्रेस नेता कैलाश परमार ने कहा कि लगातार सत्ता में रहने से भाजपा का चरित्र अहंकारी और भ्रष्टाचार पूर्ण हो गया है और उसका असर इनके सारे नेताओं में आ गया है। भाजपा के सारे नेता अहंकार और सत्ता के मद में चूर हैं। इसी कारण अब ये जनता से कट गए हैं। भाजपा में आंतरिक गुटीय स्पर्धा भी चरम पर है। उसी का एक कारण इनके कार्यक्रमों में भाजपा के कुछ अच्छे कार्यकर्ता दूरी बनाए हुए हैं।
... हां कार्यक्रम का किया बहिष्कार
कृषि उपज मंडी व्यापारी संघ के अध्यक्ष रुपेश राठौर ने बताया कि कृषि उपज मंडी में कार्यक्रम आयोजित किया गया। विधायकजी द्वारा मुझे फोन के माध्यम से सूचना दी गई थी। सचिव द्वारा भी मुझे जानकारी दी गई थी, मैंने कहा था कि सभी व्यापारी भाईयों को सूचना दे दीजिएगा। सूचना पर मैं कार्यक्रम में गया, लेकिन मैंने वहां देखा कि मेरे कोई भी व्यापारी भाई उक्त कार्यक्रम में नहीं है। जानकारी लेने पर पता चला कि उन्हें सूचित ही नहीं किया गया, नतीजतन मैं भी कार्यक्रम छोडक़र चला आया।