- कांग्रेस बोली, सत्ता के नशे में चूर है विधायक
सीहोर। आष्टा विधानसभा क्षेत्र में जर्जर सडक़ निर्माण की मांग को लेकर चल रहा ग्रामीणों का धरना अब राजनीतिक जंग में बदल गया है। सडक़ की बदहाली से जूझ रहे ग्रामीणों पर आष्टा विधायक गोपाल सिंह द्वारा कथित अपमानजनक टिप्पणी ने आग में घी का काम किया है। विधायक के वायरल ऑडियो में प्रदर्शनकारियों को ‘शराबी’ बताने और वोट न देने की बात कहने के बाद, ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने विधायक गोपाल सिंह के खिलाफ जमकर ‘मुर्दाबाद’ के नारे लगाए।
गौरतलब है कि खेड़ापुरा से मेहतवाड़ा तक तीन किलोमीटर की सडक़ बारिश के कारण पूरी तरह से खराब हो चुकी है, जिससे आवागमन मुश्किल हो गया है। ग्रामीणों ने इस सडक़ के निर्माण की मांग को लेकर 17 जुलाई से धरना शुरू किया था। 21 जुलाई को एसडीएम के मुरम डलवाने के आश्वासन पर ग्रामीणों ने धरना खत्म कर दिया था, लेकिन चार दिन बाद भी काम शुरू न होने पर 26 जुलाई से वे दोबारा धरने पर बैठ गए।
वायरल ऑडियो बना विवाद की जड़
एक ग्रामीण ने सडक़ निर्माण को लेकर विधायक गोपाल सिंह को फोन किया। इस बातचीत का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें विधायक कथित तौर पर प्रदर्शनकारियों को अपमानित करते हुए नजर आ रहे हैं। इस ऑडियो के सामने आने के बाद ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया।
सत्ता के नशे में चूर हैं
विधायक द्वारा ग्रामीणों को शराबी कहने पर कांग्रेस नेता कमल सिंह चौहान ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चुनावों के समय इसी जनता को भगवान कहा गया था, जब आज जनता को जरुरत है तो उन्हें शराब कहा जाता है। विधायक को यह शोभा नहीं देता। वह सत्ता के नशे में चूर हैं।