सीहोर। हलो... हां, बोल ... यार नरेन्द्र तू अभी नशा में और भोपाल में हूं, दूसरे काम में बिजी हूं, तू फोन मत लगा, मेरा दिमाग खराब हो रहा है, छोटा भाई है तो छोटा भाई बनकर रह। ... आप मुझे धमकी दे रहे इसका मतलब... मैं धमकी नहीं दे रहा हूं, प्यार से समझा रहा हूं। मुझे अजय ठाकुर कहते हैं... आप बड़े हो, तेरी लक्ष्मण ने जमीन हड़पी किसने साथ दिया, आपने भी नहीं दिया, तूझे उप सरपंच किसने बनाया, तू बन जाता.. तुम्हें सरपंच हमने बनाया। तू है कहां, तू मुझे पता बता दें, में वहीं आ जाता हूं। दारू की जगह दारू है। भाई साहब मैंने दारू नहीं पी। अब फोन मत लगा देना। हां मैं भाजपा मंडल अध्यक्ष हूं। सुन ले... दो तरह की बात मत करें।
मोबाइल फोन पर यह बातचीत है श्यामपुर मंडल अध्यक्ष, गुलखेड़ी सरपंच व उप सरपंच के बीच की। दरअसल, एक ऑडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल ऑडियो में जहां उप सरपंच ग्राम पंचायत में काम को लेकर शिकायत कर रहे हैं तो वहीं सरपंच द्वारा अपनी बात रखी जा रही है। इस दौरान अश£ील भाषा का भी प्रयोग किया जा रहा है।
गुलखेड़ी ग्राम पंचायत के सरपंच अजय सिंह ठाकुर हैं, जो वर्तमान में बीजेपी के श्यामपुर मंडल अध्यक्ष भी हैं। जबकि ग्राम पंचायत में उपसरपंच नरेन्द्र अहिरवार है। दोनों की मोबाईल फोन पर बातचीत का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जो बीते सोमवार का बताया जा रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
उपसरपंच बोले, बहुत परेशानी है
उपसरपंच नरेन्द्र अहिरवार ने बताया कि ग्राम पंचायत क्षेत्र में बहुत परेशानी है। राम मंदिर का रास्ता कीचड़ से सना है। श्रद्धालुओं को आने जाने में परेशानी आती है, एक साल पहले नाली खुदी, नाली के पैसे भी निकले, लेकिन नाली बनी नहीं। जब हम इनसे (सरपंच) से बोलते हैं तो गाली गलौज करते हैं। ग्राम सभा की बैठक नहीं रखी जाती। रोजगार सहायक इनका भाई, सचिव सीताराम चंद्रवंशी भी इन्हीं के आदमी है। ये चार-पांच लोग आपस में मीटिंग कर प्रस्ताव ऊपर भेज देते हैं और राशि निकाल लेते हैं। विधायक निधि से भी अभी करंट में एक लाख रुपए निकला है, 50-60 ट्राली मुरम में ही एक लाख रुपए ठिकाने लगा दिए। जानकारी भी नहीं दी जाती।
ऑडियो तोड़ मरोडक़र प्रस्तुत किया
सरपंच अजय ठाकुर ने बताया कि मेरी राजनीतिक छवि खराब करने के उद्देश्य से ऑडियो को तोड़ मरोडक़र वायरल किया गया है। हमारी ग्राम पंचायत में मन मुटाव जैसी कोई बात नहीं है। ग्राम पंचायत में विकास को लेकर हम सभी एक है।